Blog
Home > Blogs > क्या बैठे-बैठे भी हो जाती है एसिडिटी?

क्या बैठे-बैठे भी हो जाती है एसिडिटी?

क्या बैठे-बैठे भी हो जाती है एसिडिटी?

October 31, 2019

आजकल सभी ऑफिस में घंटों तक एक सीट पर बैठकर काम करते रहते हैं। इसकी वजह से शारीरिक सक्रियता में कमी आई है और कई तरह की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस खराब जीवनशैली की वजह से पिछले कई सालों में काफी ज्‍यादा संख्‍या में मौतें हुई हैं। कई अध्‍ययनों में ये बात सामने आई है कि आठ घंटे से ज्‍यादा समय तक लगातार बैठने वाले लोगों को दिन में कम से कम 30 मिनट एक्‍सरसाइज़ करनी चाहिए।

भोजन नली में पेट के एसिड के वापिस जाने पर एसिडिटी पैदा होती है। भोजन नली गले और पेट को जोड़ने वाली एक ट्यूब है।

एसिडिटी के कारण
•    भारी या ज्‍यादा खाना खाने के तुरंत बाद लेट जाना
•    ओवरवेट या मोटापा होना
•    गरिष्‍ठ भोजन करने के बाद पीठ के बल लेटना या पेट पर दबाव डालना
•    एक्‍सरसाइज़ और व्‍यायाम में कमी
•    गलत पॉस्‍चर में लंबे समय तक बैठना
•    रात को सोने से पहले कुछ खाना
•    खट्टी चीज़ें, टमाटर, चॉकलेट, पुदीना, लहसुन, प्‍याज या मसालेदार या फैटी चीज़ें खाना
•    शराब, कार्बोनेटेड ड्रिंक्‍स, कॉफी या चाय पीना
•    धूम्रपान
•    गर्भावस्‍था में
•    एस्प्रिन, इबूप्रोफेन या ब्‍लड प्रेशर की दवाएं लेना

बैठने से एसिडिटी होना

कई बार हम खाना खाने के तुरंत बाद पेट को मोड़कर बैठ जाते हैं जिससे एसिड पेट से वापिस भोजन नली में आ जाता है। इसकी वजह से एसिडिटी होती है। ऑफिस में अक्‍सर लगातार बैठे रहने की वजह से एसिडिटी और एसिड रिफलक्‍स की प्रॉब्‍लम हो जाती है।

कैसे बचें एसिडिटी से

•    अगर आप ऑफिस में घंटों लगातार कुर्सी पर बैठे रहते हैं तो हर 30 मिनट में उठें और थोड़ी वॉक करें।
•    प्‍यास लगने पर खुद उठें और बोतल में पानी भर कर लाएं। इससे आपका शरीर चलता रहेगा।
•    फोन पर बात करते हुए पैदल चलते रहें।
•    चाय या कॉफी के समय पर 5 मिनट की वॉक भी लें।
•    चैट या ईमेल से सहकर्मियों से बात न करें बल्कि उनके डेस्‍क पर जाकर बात करें।
•    बैठते समय आपका पॉस्‍चर पाचन को प्रभावित करता है इसलिए ठीक तरह से बैठने से पेट पर दबाव नहीं पड़ता है और पाचन ठीक रहता है। खाना खाने के बाद ठीक पॉस्‍चर में बैठकर आप सीने में जलन और एसिडिटी से बच सकते हैं।

कैसे बैठना है सही

•    खाना खाने के दौरान टेबल या कुर्सी पर बैठ जाएं। खड़े होकर, लेटकर, ड्राइविंग करते समय या चलते हुए खाना न खाएं।
•    खाना खाते समय झुके न रहें। टेबल के पास खड़े हों और मुंह को बर्तन के पास ले जाने की बजाय बर्तन को मुंह के पास रखें। सही पॉस्‍चर में बैठने के लिए निम्‍न बातों का ध्‍यान रखें:
•    ऐसी कुर्सी पर बैठें जिससे कमर को सपोर्ट मिले, कमर के पीछे कुशन लगाकर रखें।
•    घुटनों को कूल्‍हे के बराबर रखें। घुटने सीधे होने चाहिए और पैर जमीन को छूने चाहिए।
•    लंबे समय तक गलत पॉस्‍चर में बैठने से छाती, कंधों और सिर पर दबाव पड़ता है। इस पॉस्‍चर में बैठने से बचकर आप एसिडिटी को रोक सकते हैं।

पेट के बल सोने से एसिडिटी

रात में पेट के बल सोना एसि‍ड रिफलक्‍स की स्थिति के लिए सबसे गलत होता है। पेट के बल सोने पर एसिड बड़ी आसानी से भोजन नली में वापिस आ जाता है। स्‍टडी में सामने आया है कि इस पोजीशन में लेटने से एसिडिटी के लक्षण और गंभीर हो जाते हैं। पेट पर चर्बी हो तो एसिडिटी और ज्‍यादा गंभीर रूप ले लेती है। अगर आपको रात के समय एसि‍ड रिफलक्‍स की शिकायत रहती है तो पेट के बल सोने से बचें।
एसिडिटी के घरेलू नुस्‍खे
•    तुलसी की पत्तियों में शीतल और वायुनाशक गुण होते हैं जिससे एसिडिटी से तुंरत राहत मिलती है। गैस होते ही तुलसी की कुछ पत्तियां लें और उसे एक कप पानी में उबाल कर ठंडा होने पर घूंट-घूंट कर पीएं।
•    एसिडिटी में दालचीनी प्राकृतिक एंटासिड की तरह काम करता है और पाचन में सुधार कर पेठ को आराम देता है। गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल मार्ग में संक्रमण को ठीक करने के लिए दालचीनी की चाय पीएं। दालचीनी पोषक तत्‍वों से भरपूर होती है जिससे सेहत को कई तरह के फायदे मिलते हैं।
•    लौंग में वायुनाशक गुण होते हैं जो जठरांत्र मार्ग में गैस बनने को रोकती है। राजमा या काले चने बनाने के दौरान में उसमें तीन चार लौंग डाल दें। एसिडिटी के इलाज के लिए आप लौंग और इलायची को पीसकर भी खा सकते हैं।
•    एक कप पानी में 1 से 2 चम्‍मच एप्‍पल सिडर विनेगर मिलाएं और इसे दिन में एक या दो बार पीएं। ये नुस्‍खा भी एसिडिटी से राहत पाने में मदद कर सकता है।

अगर आपको अक्‍सर एसिडिटी या गैस रहती है तो Gas-o-fast हमेशा अपने पास रखें। Gas-o-fast एसिडिटी से राहत पाने का सबसे असरदार और आसान तरीका है। जैसे ही आपको एसिडिटी महसूस हो वैसे ही तुरंत Gas-o-fast को पानी में मिलाकर पी लें। आपको तुरंत एसिडिटी से आरा‍म मिल जाएगा।


Categories :

Disclaimer This blog solely intended for the educational/informational/awareness purposes and is not a substitute for any professional medical advice, diagnosis or treatment. Please consult your doctor/healthcare professional before acting on the information provided on the blog. Reliance on any or all information provided in the blog, is solely at your own risk and responsibility. Mankind Pharma Limited shall not be held liable, in any circumstance whatsoever.

Your Thoughts