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एसिडिटी को जड़ से खत्म कर देंगे गजब के ये 7 उपाय

एसिडिटी को जड़ से खत्म कर देंगे गजब के ये 7 उपाय

May 29, 2019

आज के समय में लोगों की गलत खानपान की आदतों और तला-भुना, बासी या डिब्‍बाबंद चीजें खाने की वजह से एसिडिटी की समस्‍या आम हो गई है। पुराने जमाने में बड़े-बुजुर्गों की पाचन शक्‍ति कमजोर होने के कारण उन्‍हें एसिडिटी की समस्‍या हुआ करती थी लेकिन अब तो बच्‍चों और युवाओं को भी पेट में गैस बनने की शिकायत रहती है। एसिडिटी एक आम स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या है जिसे गैस्‍ट्रोइसोफेजियल रिफलक्‍स डिजीज कहा जाता है। 


आज इस लेख के ज़रिए हम आपको एसिडिटी के कारण और घर में मौजूद आसान घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं। 


एसिडिटी का कारण 


शरीर के भीतर आमाशय में पाचन क्रिया के लिए पेप्सिन और हाइड्रोक्‍लोरिक एसिड का स्राव होता है। सामान्‍य तौर पर ये पेप्सिन और एसिड आमाशय में रहते हैं और भोजन नली के संपर्क में आने से बचते हैं। जिस जगह पर भोजन नली और आमाशय जुड़ता है वहां पर कुछ विशेष प्रकार की मांसपेशियां मौजूद होती हैं जो अपनी संकुचन की क्षमता से भोजन नली और आमाशय का रास्‍ता बंद रखती है लेकिन कुछ खाने-पीने पर ये कभी-कभी खुल भी जाती हैं। 


भोजन नली और आमाशय के जुड़ने वाली जगह पर जो विशेष प्रकार की मांसपेशियां होती हैं, उनमें किसी प्रकार की कोई खराबी आने पर ये अपने आप ही खुल जाती हैं जिसके कारण एसिड और पेप्सिन भोजन नली में प्रवेश करने लगता है। ऐसा बार-बार होने पर आहार नली में घाव या सूजन होने लगती है एवं इसी स्थिति को एसिडिटी (अम्‍लपित्त) कहा जाता है। 


तो चलिए अब जानते हैं एसिडिटी को जड़ से खत्‍म करने के घरेलू उपचारों के बारे में। 


तुलसी की पत्तियां


तुलसी की पत्तियों के शीतल और वायुनाशक गुण इसे गैस से राहत दिलाने में असरकारी बनाते हैं। गैस की शिकायत होने पर कुछ तुलसी की पत्तियां लें और उसे एक कप पानी में उबालें। तुलसी की पत्तियों पानी में उबालने के बाद उन्‍हें कुछ मिनट तक ठंडा होने के लिए रख दें। अब इसे घूंट-घूंट कर के पीएं। ये एसिडिटी से राहत पाने के बेहतरीन घरेलू उपायों में से एक है। 


सौंफ 


एसिडिटी से बचने के लिए खाना खाने के बाद सौंफ चबाना भी फायदेमंद रहता है। जठरांत्र तंत्र को भोजन के बाद सौंफ चबाने से कई तरह के फायदे होते हैं। सौंफ की चाय भी पाचन मार्ग को स्‍वस्‍थ रहने में मदद करती है। सौंफ में बीजों में पाया जाने वाला तेल अपच और पेट फूलने की समस्‍या से राहत पाने में मदद करता है। 


छाछ 


आयुर्वेद में छाछ को सात्विक भोजन में शामिल किया गया है। अगर आपको भारी या मसालेदार भोजन करने के बाद एसिडिटी होती है तो एं‍टासिड लेने की बजाय एक गिलास छाछ पीएं। छाछ में लैक्टिक एसिड मौजूद होता है जो कि पेट में एसिडिटी को सामान्‍य करता है। एसिडिटी से तुरंत राहत पाने के लिए छाछ में एक चुटकी काली मिर्च पाउडर या 1 चम्‍मच धनिया पत्ती का पाउडर डाल लें। 


गुड़ 


पुराने जमाने में लोग भोजन के बाद गुड़ खाया करते थे। इसे स्‍वस्‍थ आदतों में शामिल किया गया था और आयुर्वेद में भी खाना खाने के बाद गुड़ खाने की सलाह दी जाती है। गुड़ में उच्‍च मात्रा में मैग्‍नीशियम मौजूद होता है जो कि आंतों को मजबूती देता है। ये पाचन में सुधार और पाचन तंत्र की प्रकृति को ज्‍यादा क्षारीय बनाता है। इस प्रकार पेट में गैस कम होती है। 


भोजन के बाद थोड़ा-सा गुड़ खाने से आपको इसके सभी तरह के फायदे मिल सकते हैं और इससे पाचन भी ठीक रहता है जिससे गैस की समस्‍या पैदा ही नहीं हो पाती है। वहीं अगर आपको एसिडिटी की प्रॉब्‍लम बहुत ज्‍यादा परेशान कर रही है तो भी भोजन के बाद गुड़ खाने की आदत डालें। 


चूंकि, गुड़ शरीर के तापमान को भी सामान्‍य एवं पेट को ठंडा रखने में मदद करता है इसलिए सेहत विशेषज्ञ गर्मी के दौरान गुड़ का शर्बत पीने की सलाह देते हैं। पानी में बर्फ डालें और उसमें गुड़ को भिगो दें। कुछ देर बाद इस पानी को पानी पी लें। 


नारियल पानी 


नारियल पानी पीने से शरीर में पीएच अम्‍लीय स्‍तर एल्‍केलाइन में बदलने लगता है। ये पेट में बलगम (चिपचिपा पदार्थ) बनाने में भी मदद करता है जो कि पेट को बहुत ज्‍यादा एसिड के उत्‍पादन से होने वाले हानिकारक प्रभावों से बचाता है। नारियल पानी में फाइबर भी प्रचुरता में पाया जाता है जिसके कारण ये पाचन में सुधार और एसिडिटी को होने से रोकता है। 


ठंडा दूध 


अगर आपको लैक्‍टोज असहिष्‍णुता (दूध से एलर्जी) नहीं है तो एसिडिटी को खत्‍म करने के लिए ठंडा दूध पीना चाहिए। दूध पेट में गैस्ट्रिक एसिड को संतुलित करने में मदद कर सकता है। इसमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है जो कि पेट में एसिड बनने से रोकता है। पेट में गैस बनने पर एक गिलास ठंडा दूध पीने से आपको आराम मिलेगा। 


अदरक 


अदरक के अनेक स्‍वास्‍थ्‍यर्द्धक लाभ होते हैं। अदरक उत्तम पाचक के रूप में कार्य करती है एवं इसमें सूजन-रोधी गुण भी पाए जाते हैं। पेट में गैस को खत्‍म करने के लिए ताजी अदरक का एक टुकड़ा लें और उसे चबाएं। इसके अलावा दिन में दो से तीन बार एक-एक चम्‍मच अदरक का रस लेने से भी एसिडिटी से राहत मिलती है। एक कप पानी में अदरक की एक गांठ को उबालकर भी पी सकते हैं। 
एसिडिटी से बचने के जो घरेलू उपाय ऊपर बताए गए हैं वो सभी चीजें बड़ी आसानी से आपकी किचन या आसपास मिल जाएंगीं।


इसलिए अब जब भी आपको एसिडिटी की शिकायत हो तो इन असरदार नुस्‍खों को जरूर आज़माएं। इसके अलावा एसिडिटी से बचने के लिए संतुलित आहार लेना और नियमित व्‍यायाम करना भी बहुत जरूरी है। 


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